राजद में बगावत की आग अंदर ही अंदर सुलग रही है कुछ दिनों पहले ही तेजप्रताप का पोस्टरवार खत्म हुआ,अब गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष की नाराजगी की खबर आ रही है , नाराज जगदानंद सिंह राजद कार्यालय झंडा फहराने नहीं पहुंचे, यह बात छुपी नहीं है की लालू प्रसाद यादव के बाद लालू के दोनों लालों ने नेताओं की इज्ज़त ताख पर रख दी है और यह सब जानते है की तेजप्रताप हो या तेजस्वी वो अपने सामने किसी को चलने नही देते ,आपको बता दे की तेजप्रताप यादव के बयानों से आहत होकर उन्होंंने पिछले एक सप्ताह से पार्टी कार्यालय जाना छोड़ दिया था. आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उम्मीद की जा रही थी कि वे पार्टी कार्यालय पहुंचकर झंडा फहराएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय आज भी नहीं पहुंचे. 15 अगस्त के मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरजेडी कार्यालय पहुंचकर झंडोत्तोलन किया. इस मौके पर एमएलसी सुनील सिंह, भोला यादव और मृत्युंजय तिवारी सहित कई नेता मौजूद रहे.
आरजेडी पार्टी कार्यालय में हमेशा प्रदेश अध्यक्ष की ही झंडा फहराने की परंपरा रही है. ऐसे मौके कम ही आये हैं जब जगदानंद सिंह 15 अगस्त को पार्टी कार्यालय न पहुंचे हो. प्रदेश अध्यक्ष नहीं होने के बावजूद दूसरे द्वारा झंडा फहराते समय भी जगदानंद सिंह खड़े होते थे. पर नाराजगी इस कदर बढ़ गई कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी नहीं पहुंचे.
जगदानंद सिंह पर हिटलर का बयान पड़ा भारी
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर तेजप्रताप के हिटलर कहे जाने के बयान ने नाराजगी ज्यादा बढ़ा दी है. पिछले दिनों छात्र राजद के बैठक के दौरान तेजप्रताप ने मंच से हिटलर जैसे शब्द का प्रयोग किया था. तेजप्रताप ने तो यहां तक कहा था कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है. माना जा रहा है कि तेजप्रताप यादव के लगातार बयानों से जगदानंद इस कदर आहत हैं कि पार्टी कार्यालय से तौबा ही कर लिया है. पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने जब प्रेस कांफ्रेंस बुलाया था तो उस समय भी जगदानंद सिंह नहीं पहुंचे थे. हालांकि, पार्टी के नेता जगदानंद सिंह के बीमार होने का कारण बता रहे हैं.
जगदानंद सिंह को मनाने की खूब हुई कोशिश
15 अगस्त के मौके पर पार्टी कार्यालय पहुंचकर झंडा फहराने के लिए तेजस्वी यादव ने जगदानंद सिंह को मनाने की खूब कोशिश की पर वे इस बार इस कदर नाराज हैं कि आने को तैयार नहीं हुए. माना जा रहा है कि तेजस्वी के प्रेस कांफ्रेंस के दिन भी जगदानंद सिंह को कार्यालय बुलाने की कोशिश हुई पर वो आने को तैयार नहीं हुए. तेजप्रताप यादव ने अपने हिटलर के बयान से पहले भी स्थापना दिवस के मौक़े पर सबके सामने खुलकर कहा था कि लगता है जगदानंद सिंह हमसे नाराज हैं.