कोरोना की वजह से सभी मंदिरों के पट बंद हैं. इधर मंदिरों के बंद होने के कारण बिहार के आरा के आरण्य देवी मंदिर के पुजारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. पुजारियों ने मंदिरों को जल्द से जल्द खोलने की मांग की है. आरण्य देवी मंदिर के मुख्य पुजारी के साथ बैठे अन्य पुजारियों ने कोरोना को लेकर दो सालों से मंदिर बंद होने की वजह से उनके सामने बुरी स्थिति आने की बात कही है. वहीं, उन्होंने नीतीश सरकार से इन बुरे हालातों से निजात दिलाने की गुजारिश की है.
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे पुजारियों के मुताबिक, कोरोना काल के दौरान तमाम राजनीतिक और अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, लेकिन मंदिरों के पट नहीं खोले जा रहे. जबकि कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए मंदिरों को खोला जा सकता है, लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.
पुजारियों ने कही ये बात
इसके अलावा आरण्य देवी मंदिर परिसर में धरना दे रहे पुजारियों ने बताया कि मंदिर से पुजारियों सहित मंदिर परिसर के आसपास फूल और प्रसाद बेचने वाले 50 से ज्यादा परिवारों की आजीविका चलती है, जो पिछले दो सालों से बंद हैं. अब हालात ये हैं कि उनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इसलिए उन्होंने राज्य सरकार से जल्द से जल्द मंदिरों को खोलने की मांग की है, ताकि श्रद्धालु मंदिर में पूजा कर सकें और सभी के जीवन यापन की सुविधा हो सके
बहरहाल, आरा के आरण्य देवी मंदिर परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे चार पुजारियों सहित मंदिर का काम देखने वाले लोगों ने सीएम नीतीश सरकार से मंदिरों को खोलने की मांग की है. साथ ही कहा है कि जब तक सरकार मंदिर खोलने की इजाजत नहीं देती, तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.