राजस्थान के जयपुर में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है राजधानी से सटे इलाके से 5,80,000 के नकली नोटों का जखीरा पकड़ा है,एसओजी ने यहां जाली भारतीय मुद्रा छापने का कारखाना पकड़ा है. कार्रवाई के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. एसओजी आरोपियों से गहनता से पूछताछ कर उनके संपर्कों और आकाओं का पता लगाने में जुटी है. हालांकि एसओजी अभी तक मामले की तह तक नहीं पहुंच पाई है. लेकिन उसे आशंका है कि यह बड़ा गिरोह हो सकता है. इसके तार राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं.
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के सूत्रों के अनुसार बुधवार को सुबह यह कार्रवाई जयपुर से सटे गोनेर पदमपुरा में की गई है. एसओजी को इस मामले में मिले इनपुट के आधार पर आरोपियों के ठिकानों पर छापा मारा गया. वहां 5,80,000 के नकली नोटों के साथ ही नकली नोट बनाने की मशीन, कलर प्रिंटर और स्कैनर सहित कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं. एसओजी की टीम ने उन सबको जब्त कर लिया है. एसओजी ने इस मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार किया है. आरोपियों में बृजेश मौर्य और प्रथम शर्मा शामिल हैं.
मध्यप्रदेश का रहने वाला है मास्टरमाइंड
आरोपियों से अब तक हुई पूछताछ में सामने आया है कि बृजेश मौर्य गिरोह का मास्टर माइंड है. वह राजस्थान से सटे मध्यप्रदेश राज्य का रहने वाला है. जबकि प्रथम शर्मा जयपुर का रहने वाला है. यह गिरोह कब से इस काम को अंजाम दे रहा था और इसमें कौन-कौन शामिल हैं इसकी जानकारी के लिये एसओजी आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इससे पहले भी नकली नोटों की खेप पकड़ी जाती रही है. इससे जाहिर है राजस्थान में नकली नोटों का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. एसओजी इस मामले की तह में जाने की कोशिश कर रही है.