आगामी उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड ,गोवा गुजरात और पंजाब चुनाव को लेकर राजनितिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था ,बंगाल चुनाव के बाद उनके कमेंट्स किसी भी पार्टी के साथ नहीं होने को लेकर था , राजनीती से दुरी की चर्चा जोरो पर थी की शायद वो राजनीती में ना आये ,लेकिन सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस से रूठे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इस बात के संकेत हाल ही में सामने आई कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मिले हैं. किशोर ने बीते मंगलवार को ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. कयास लगाए जा रहे थे कि ये मुलाकात 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर हो सकती है
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने एक दिन पहले ही तीनों गांधी- राहुल, प्रियंका, सोनिया से सांसद के आवास पर मुलाकात की थी. बीती मई में संपन्न हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के साथ काम करने वाले किशोर ने रणनीतिकार के तौर पर अपने काम पर विराम लगाने की बात कही थी.
एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘मैं जो कर रहा हूं उसे जारी नहीं रखना चाहता. मैंने पर्याप्त काम कर लिया है. अब मेरे लिए कुछ देर रुकने और जीवन में कुछ अलग करने का वक्त आ गया है. मैं यह जगह छोड़ना चाहता हूं.’ राजनेता बनने के सवाल पर उन्होंने खुद को असफल नेता बताया था. रणनीतिकार के तौर पर किशोर का करियर काफी शानदार रहा है. पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान भी उन्होंने दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी राज्य में 100 सीटें नहीं जीत पाएगी. उन्होंने तमिलनाडु में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ भी काम किया था.
5 साल बाद हुई थी मुलाकात
2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के असफल होने के पांच साल बाद राहुल और किशोर की मुलाकात हुई थी. इस लिहाज से भी बैठक को काफी अहम माना जा रहा था. समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में यूपी विधानसभा चुनाव लड़ रही कांग्रेस का ‘यूपी के लड़कों’ का नारा फेल हो गया था और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था.