इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को यहां होने वाले दूसरे मैच के जरिए एक दिवसीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है जबकि भारत की नजरें इस मैच के जरिए एक और श्रृंखला अपने नाम करने पर लगी होंगी। श्रेयस अय्यर कंधे की हड्डी खिसकने के कारण श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। ऐसे में फोकस यादव और वनडे क्रिकेट में उनके पदार्पण पर है। यादव ने टी-20 क्रिकेट में शानदार पदार्पण करके अपना दावा पुख्ता किया है।
कोरोना महामारी से पहले श्रेयस भारतीय वनडे टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक थे, लेकिन भारत की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ इतनी मजबूत है कि अब पदार्पण करने जा रहा खिलाड़ी भी विश्व चैंपियन टीम के लिए खतरनाक लग रहा है। कप्तान विराट कोहली समेत टीम प्रबंधन के सामने चयन की दुविधा होगी। रविंद्र जडेजा तीन महीने से टीम से बाहर है, लेकिन टेस्ट में अक्षर पटेल और वनडे में क्रुणाल पांड्या ने उनकी कमी महसूस नहीं होने दी। आईपीएल के कारण मशहूर हुए प्रसिद्ध कृष्णा ने वनडे क्रिकेट में पदार्पण के साथ शानदार प्रदर्शन करके चार विकेट चटकाए।
जडेजा और जसप्रीत बुमराह के लौटने पर क्रुणाल या कृष्णा में से एक को बाहर रहना होगा। भारत के लिए सबसे बड़ी राहत शिखर धवन का फॉर्म में लौटना रही जिन्होंने 98 रन बनाए। टी-20 श्रृंखला से बाहर रहने के बाद उन पर अच्छे प्रदर्शन का काफी दबाव था। रोहित शर्मा को पहले मैच में कोहनी में चोट लगी, लेकिन उनके फिट होने की उम्मीद है। रोहित को ब्रेक देने पर शुभमन गिल दूसरे मैच में धवन के साथ पारी का आगाज कर सकते हैं। ऐसे में राहुल मध्यक्रम में उतरेंगे। वैसे सूत्रों के अनुसार रोहित की चोट गंभीर नहीं है और वह खेलने को बेताब हैं।
समझा जाता है कि पंत बल्लेबाज के तौर पर ही खेलेंगे और राहुल विकेटकीपिंग करेंगे। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने पहले मैच में नौ ओवर में 68 रन दिए, जिनकी जगह लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को उतारा जा सकता है। भुवनेश्वर कुमार, कृष्णा और शार्दुल ठाकुर की तेज तिकड़ी ने दस में से नौ विकेट लिए और वे इस लय को कायम रखना चाहेंगे। ठाकुर लगातार खेल रहे हैं और विविधता के लिए टी नटराजन या मोहम्मद सिराज को उतारा जा सकता है।
वापसी को बेकरार इंग्लैंड
कप्तान इयोन मॉर्गन और बल्लेबाज सैम बिलिंग्स को पहले मैच में लगी चोट ने उसकी परेशानियां बढा दी है। जॉनी बेयरस्टो और जेसन रॉय ने अच्छा प्रदर्शन किया था और उनसे इसके दोहराव की उम्मीद होगी। मध्यक्रम अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सका।
बेन स्टोक्स, जोस बटलर और मोईन अली नाकाम रहे। इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाना है तो इन तीनों को अच्छी पारी खेलनी होगी। दूसरी ओर स्पिनर आदिल रशीद और मोईन भारतीय बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके और दोनों को विकेट नहीं मिली। टॉम करन को अपने भाई सैम और मार्क वुड का तेज गेंदबाजी में साथ देना होगा।
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएल राहुल (विकेट कीपर), युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, क्रुणाल पंड्या, वाशिंगटन सुंदर, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर में से।
इंग्लैंड: इयोन मॉर्गन (कप्तान), मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, सैम करन, टॉम करन, लियाम लिविंगस्टोन, मैट पार्किंसन, आदिल राशिद, जैसन रॉय, बेन स्टोक्स, रीस टॉपले, मार्क वुड, जैक बॉल, क्रिस जॉर्डन, डेविड मलान में से।