आज जब देश का बजट सदन के पटल पर पेश किया गया तो यह देश के बजट के साथ-साथ उन राज्यों के लिए चुनावी बजट भी हो गया जहां आगामी कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं,
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज केंद्रीय बजट पेश कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने कई बड़े ऐलान किए, जिनमें गैर भाजपा शासित राज्यों को भी साधने की कोशिश की गई। माना जा रहा है कि इस बार बजट से बंगाल पर ज्यादा फोकस है। दरअसल, वित्त मंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत रवींद्रनाथ टैगोर की लाइन से की। वहीं, बंगाल समेत गैर भाजपा शासित राज्यों को करोड़ों के डिवेलपमेंट पैकेज का ऐलान किया।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत कोविड महामारी से की। उन्होंने भारत के जूझने का जिक्र किया। साथ ही, कहा कि मैं रवींद्रनाथ टैगोर की एक लाइन का जिक्र करना चाहूंगी। उन्होंने कहा था, ‘फेथ इज द बर्थ दैट फील्स द लाइट एंड सिंग्स व्हेन द डॉन इज स्टिल डार्क।’ इसका मतलब है, ‘विश्वास वह चिड़िया है, जो सुबह के अंधेरे में भी रोशनी महसूस कर लेती है और गाती है।’ वित्त मंत्री ने कहा कि इतिहास में यह पल एक नए युग की सुबह का है, जिसमें भारत उम्मीद की भूमि बनने की ओर अग्रसर है।
गैर भाजपा शासित राज्यों को सौगात
बजट में गैर भाजपा शासित राज्यों पर फोकस किया गया है। वित्त मंत्री ने बताया कि भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए 3.3 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने का एलान किया। उन्होंने बताया कि 3500 किमी नेशनल हाईवेज प्रोजेक्ट के तहत तमिलनाडु में 1.03 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका कंस्ट्रक्शन अगले साल शुरू होगा। वहीं,
1100 किमी नेशनल हाईवे केरल में बनेगा। इसके तहत मुंबई-कन्याकुमारी कॉरिडोर भी बनेगा। इस पर 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बंगाल में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से हाईवे बनाने का एलान किया गया। वित्त मंत्री ने बताया कि कोलकाता-सिलीगुड़ी रोड का अपग्रेडेशन होगा। इनके अलावा 34 हजार करोड़ रुपये असम में नेशनल हाईवे पर खर्च होंगे।
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 675 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 25 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसके तहत बंगाल की पुरानी सड़कों की भी मरम्मत की जाएगी। खासतौर पर कोलकाता और सिलीगुड़ी के बीच की सड़कों की हालत में सुधार लाया जाएगा।