उतार-चढ़ाव के बड़े व्यापार जहां बड़े पूंजीपतियों का बोलबाला रहा है जिस व्यवसाय में बड़ा घाटा और बड़ा फायदा भी रहा है! 2014 से पहले जिस कोयला क्षेत्र में सिर्फ घोटालों की बात सुनी जाती थी ,बड़े घपले की बात होती थी वहां 2014 के बाद से पूरी सिस्टम को सरकार ने अपने हाथों में लेकर बदलने का कार्य किया है ! इसी क्रम में आज एक कार्यक्रम के दौरान देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार के कार्यकाल में कोयला के क्षेत्र के कार्य कार्यों का बखान करते हुए कहा कि गृह मंत्री बोले कि मोदी सरकार लगातार कोयला क्षेत्र में पारदर्शिता लाने का काम कर रही है.
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि कोयला क्षेत्र में पहले ये भाव होता था कि वो अपनी क्षमता के अनुसार काम नहीं कर पा रहा है. 2014 से पहले कोयला क्षेत्र में सिर्फ घोटाले की बातें सुनाई देती थी, यही कारण था कि इस क्षेत्र में काम नहीं हो पाता था.
केंद्रीय गृह मंत्री बोले कि अब कोयला क्षेत्र में सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि छोटे हिस्सेदार का भी सम्मान किया जा रहा है. पीएम मोदी का लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत का है, दुनिया का सबसे इंटेलीजेंट युवा, मेहनतकश मजदूर हमारे पास है. पीएम मोदी ने देश के सामने एक विज़न रखा है, जिसकी ओर देश आगे बढ़ रहा है!
अमित शाह ने कहा कि सिर्फ किसी एक क्षेत्र ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना जरूरी है, कोयला उनमें अहम है. ऊर्जा की 72 फीसदी हिस्सेदारी कोयला क्षेत्र से ही है, हमें इसे बदलना होगा लेकिन कोयले का भंडार काफी अधिक है जिसका उपयोग करना जरूरी है गृह मंत्री ने कहा कि हमें अभी भी कोयला आयात करना पड़ रहा है, जो ठीक नहीं है. हमें खुद ही कोयले पर निर्भर होना चाहिए, हमारे पास इतना कोयला है उसका उपयोग करना जरूरी है. अमित शाह ने कहा कि पिछले साल पूरी दुनिया के लिए ठीक नहीं रहा, लेकिन शक्तिशाली देश में आज झुक गए हैं और भारत की स्थिति बेहतर है.
अमित शाह ने कहा कि कोरोना काल में भी भारत का विकास नहीं रुका, कई क्षेत्र में सरकार की ओर से काम किया गया है. हमने कोरोना को भी मात दी है और आने वाले दिनों में अर्थक्षेत्र में जो चुनौतियां हैं, उससे निपटने का भी काम किया.