ज्यों ज्यों पश्चिम बंगाल के चुनाव नजर आते जा रहे हैं , वैसे ही आरोप-प्रत्यारोप के दौर जारी हो रहे हैं .बंगाल में सियासी उलटफेर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के लिए किसान लाभ योजना को ममता सरकार और दूर कर रही है! वह राज्य के 70लाख किसानों को पीएम किसान योजना से दूर कर दान देने से इंकार कर रही हैं ! ममता की विचारधारा बंगाल को नष्ट कर दिया और मिलने वाले तमाम फायदे किसानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं ! नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि वह अपने राजनीतिक एजेंडे के कारण किसानों के लिए एक केंद्रीय लाभ योजना को अवरुद्ध कर रही है और राज्य में 70 लाख किसानों को प्रमुख पीएम-किसान योजना के तहत धन देने से इनकार कर रही है. ममता बनर्जी की विचारधारा ने बंगाल को “नष्ट” कर दिया है, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पर ”प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ” (पीएम-केसान) के तहत किसानों को हर साल 6,000 रु प्रदान करने की योजना को अवरुद्ध करने का आरोप लगाते हुए कहा.!
पीएम ने कहा, “यदि आप ममता जी के 15 साल पुराने भाषण को सुनते हैं, तो आपको पता चलेगा कि उनकी विचारधारा ने बंगाल को कितना बर्बाद कर दिया है,” उन्होंने कहा, “जनता स्वार्थी राजनीति करने वालों को बहुत करीब से देख रही है. पश्चिम बंगाल में किसानों के लाभ पर बात नहीं करने वाली पार्टियां यहां दिल्ली के नागरिकों को किसानों के नाम पर परेशान करने में लगी हुई हैं और देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रही हैं. “
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पश्चिम बंगाल की मदद के लिए “कुछ नहीं किया” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अभी तक बकाया बकाया 85,000 करोड़ रुपये के एक हिस्से को भी जारी नहीं किया गया है जिसमें 8,000 करोड़ रुपये का अनपेड जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) शामिल है.’
केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कानूनों को लेकर दिल्ली के पास प्रदर्शन कर रहे हजारों किसानों के समर्थन में उतरी बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री ने “किसानों के लिए एक स्पष्ट संबोधन के माध्यम से अपनी स्पष्ट चिंता दिखाई” बजाय उनके मुद्दों को हल करने के लगातार काम करने के.
ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा, “अब मैं सीधे सीधे बता दूं कि हम हमेशा किसानों के हित में सहयोग करने के लिए तैयार हैं. मैंने व्यक्तिगत रूप से दो पत्र लिखे हैं और दो दिन पहले संबंधित मंत्री से बात भी की है, लेकिन वे सहयोग करने से इनकार कर रहे हैं और बदले में राजनीतिक लाभ के लिए दुर्भावनापूर्ण प्रचार कर रहे हैं. जब हम केंद्र सरकार के साथ इतनी सारी योजनाओं को लागू कर रहे हैं, तो किसानों को लाभ पहुंचाने वाली योजना पर सहयोग नहीं करने का सवाल बेतुका लगता है.!
उन्होंने आगे कहा, “चूंकि आपने मेरी विचारधारा और बंगाल के लोगों के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए हैं, इसलिए मैं आपको याद दिला दूं कि मेरी विचारधारा इस देश के संस्थापक पिता की दृष्टि के अनुरूप है, और मैंने पूरे दिल से, पूरी ईमानदारी के साथ लोगों की सही इरादे व प्रयासों के साथ सेवा की है, जो कुछ भी मेरे पास है उसके साथ. मेरे लिए, राज्य के लोग ही मेरा परिवार हैं !बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को चार महीने में सत्ता से बाहर करने की कोशिश में केंद्र की सत्तारूढ़ भाजपा ने सघन अभियान चलाया है.