कृषि कानून उग्र होते ही बयानों के बौछार शुरू हो गया ,हर कोई अपने तरह से इस आंदोलन को देख रहा है, तो अपने- अपने नजरिए से इस आंदोलन को धार दे रहा है ! लेकिन इस आंदोलन की आग इतनी ज्यादा भयावह हो गई है कि अब यह बीजेपी नेताओं को चुभती हुई नजर आ रही है! मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसान संगठन को कुकुरमुत्ता कहा तो भाजपा के महासचिव ने इस आंदोलन में 1 %भी किसानों की उपस्थिति को नकारते हुए टुकड़े टुकड़े गैंग का सदस्य बता दिया उन्होंने टुकड़े टुकड़े गैंग की उपस्थिति पूरे आंदोलन में सामने रख दी !
बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि किसान भोले-भाले हैं, लेकिन इनमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग घुस गए हैं जिनके बारे में बात करना जरूरी है. बीजेपी नेता अरुण सिंह ने राजस्थान के जयपुर में ये बात कही. अरुण सिंह जयपुर में हुई पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे हैं. आपको बता दें कि बीते दिनों किसानों के आंदोलन के बीच एक मंच पर शरजील इमाम, उमर खालिद समेत कुछ ऐसे एक्टिविस्टों की तस्वीर चस्पा थी, जो इस वक्त जेल में हैं. आंदोलन में इनकी रिहाई की मांग की गई थी, जिसके बाद बीजेपी ने किसान आंदोलन पर सवाल उठाने शुरू किए.
बीते दिनों कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि आंदोलन को टेकओवर करने का ये एक भयावह डिजाइन है. इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि टुकड़े-टुकड़े गैंग एजेंडे को टेकओवर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसान संगठनों के विरोध का फायदा उठाने के लिए उनकी तस्वीरें प्रदर्शित की जा रही हैं. शायद ऐसे तत्वों की उपस्थिति के कारण ही सरकार के साथ बातचीत सफल नहीं हो रही है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी इन पोस्टरों पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि MSP-मंडी को लेकर कोई आपत्ति या विरोध हो सकता है, लेकिन जैसे पोस्टर लग रहे हैं वो तो किसी आंदोलन का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में किसानों को ऐसे लोगों को मंच पर जगह नहीं देनी चाहिए.