साउथ इंडस्ट्री में सुपरस्टार रजनीकांत (rajinikanth) की तबीयत बीते दिनों कुछ ठीक नहीं थी जिस वजह से उन्हें हैदराबाद के अपोलो अस्पताल (apollo hospital) में भर्ती करवाया गया था। वहीं अब बताया जा रहा है कि उनकी सेहत पहले से बेहतर है। रंजनीकांत हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे थे। वहीं 3 तीन लगातार अपना इलाज करवाने के बाद अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकि है।
खबर आई है तबीयत ठीक होने के बाद 70 साल के रजनीकांत ने फ्लाइट से हैदराबाद ( hyderabad) से अपने घर चेन्नई वापस लौट आए हैं। वह सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टरों ने उन्हें एक हफ्ते तक आराम करने के की सलाह दी है। डॉक्टरों ने ये भी कंफर्म किया है कि अब रजनीकांत का रक्तचाप नॉर्मल है और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
वहीं इससे पहले दिन में, अस्पताल की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया था कि उनका रक्तचाप अब भी बढ़ा हुआ है लेकिन शुक्रवार के मुकाबले अधिक नियंत्रण में है। उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। अस्पताल की ओर से बताया गया था कि रक्तचाप की दवाओं में बदलाव किया जा रहा है तथा उनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है। उन्हें पूरी तरह से आराम करने को कहा गया है तथा आंगतुकों को उनसे मिलने की इजाजत नहीं है। बुलेटिन में बताया गया कि जांच तथा रक्तचाप पर कितना नियंत्रण हो पाता है उसके आधार पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने के बारे में फैसला लिया जाएगा।
वहीं बता दें कि रजनीकांत ने अपने पत्र में ना सिर्फ लोकसभा चुनाव 2019 की अटकलों पर विराम लगाया था बल्कि तमिलनाडु की समस्याओं का भी जिक्र किया था। उन्होंने लिखा था कि तमिलनाडु में सबसे बड़ी समस्या पानी की है। जो भी पार्टी लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र में अपनी सरकार बनाती है उसे तमिलनाडु की पानी की समस्या को हल करना चाहिए जिससे कि लोग इस परेशानी से छुटकारा पा सकें और सरकार पर उनका भरोसा बना रहे।
रजनीकांत ने हाल ही में अपनी पार्टी और उसके लोगो वाले न्यूज चैनल को शुरू करने के लिए तैयारियां में तेजी लाई थी। इसके लिए उन्होंने कागजी कार्यवाही भी शुरू कर दी। इन्ही वजहों से कयास लगाए जाने लगे थे कि रजनीकांत साल 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव में खड़े हो सकते हैं। पत्र में रजनीकांत द्वारा किए गए खुलासे से उनके फैंस के बीच निराशा देखी जा सकती है। आपको बता दें रजनीकांत ने पिछले साल 31 दिसंबर को राजनीति में आने का ऐलान किया था।