मथुरा: कहा जाता है कि भक्त और भगवान के बीच आत्मा और शरीर के जैसा संबंध होता है. शरीर से आत्मा निकल जाए तो शरीर मृत हो जाता है, उसी प्रकार अगर भगवान कहीं चले जाएं तो भक्त बेसुध हो जाता है. भक्त और भगवान के बीच ऐसे ही संबंध का मामला धर्म नगरी वृन्दावन से सामने आया है, जहां बाल गोपाल के गुम होने से भक्त अपनी सुध-बुध खो बैठी है और एक ही आस है कि उसके आराध्य जरूर वापस आयेंगे.
बांके बिहारी मंदिर से गायब हुए बाल गोपाल
दरअसल, विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर से बाल गोपाल के गायब होने का मामला सामने आया है. यहां फिरोजाबाद के रहने वाले एक भक्त ने फूल बंगला बनवाया. भक्त दोपहर को राजभोग आरती के बाद जब अपने आराध्य को वापस लाने लगा, तभी उनको वहां रखा प्रसाद उठाना था. इसके लिए भक्त ने भगवान को वहां बने एक आले में विराजमान कर दिया. प्रसाद उठाने के बाद जब भक्त ने भगवान को देखा तो वह उसे नहीं मिले.
अखबार में दिया इश्तेहार
5 दिन से बाल गोपाल की तलाश में जगह-जगह गए लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली तो भक्त शशि के पति श्याम वीर सिंह ने उनके गुम होने की सूचना देते हुए एक विज्ञापन स्थानीय अखबार में दिया. इसमें उन्होंने बाल गोपाल की सूचना देने वाले को 10 हजार रुपए देने की भी घोषणा की है.
नहीं थम रहे आंसू
आंखों में आंसू और घर पर मंदिर के सामने शशि सिंह बैठी रहती हैं. फिरोजाबाद के टुंडला क्षेत्र के गांव बाघई की रहने वालीं शशि के जब से बाल गोपाल गुम हुए हैं, उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे. 27 वर्ष से बाल गोपाल की पूजा अर्चना कर रहीं शशि को उनके गायब होने के बाद मंदिर सूना-सूना लग रहा है.
27 वर्ष पहले किए थे विराजमान
शशि ने बाल गोपाल की स्थापना 27 वर्ष पूर्व सन 1995 में अपने मंदिर में की थी. तभी से वह हर दिन उनको नहलाती, श्रंगार करती और भोग लगाती थीं. शशि बाल गोपाल की आराधना में कोई कमी नहीं छोड़ती थीं, लेकिन जब से बाल गोपाल गायब हुए वह भी गुमशुम हो गईं. पूजा में मन नहीं लग रहा और नजर फ्लैट के दरवाजे पर लगी रहती है कि शायद उनके भगवान वापस लौट आएं.
2 साल से वृंदावन रह रही शशि
शशि का पैतृक गांव फिरोजाबाद जिले में हैं. लेकिन पिछले करीब 8 वर्ष पहले उनके पति श्याम वीर सिंह ने वृंदावन की एक सोसायटी में फ्लैट लिया. यहां शुरू में शशि के परिवार के लोग आते रहते थे, लेकिन 2 साल से अब शशि का परिवार इसी फ्लैट में रह रहा है. पति कभी फिरोजाबाद तो कभी वृंदावन रहते हैं. शशि के बेटे अनिरुद्ध उन्हीं के साथ रह रहे हैं.
5 दिन से हैं बाल गोपाल लापता
शशि के परिवार ने 21 जुलाई को भगवान बांके बिहारी जी का फूल बंगला, छप्पन भोग आदि का कार्यक्रम किया था. फूल बंगला में विराजमान भगवान बांके बिहारी के दर्शन के लिए शशि अपने बाल गोपाल को भी मंदिर ले गईं. दोपहर को राजभोग आरती के बाद सभी लोग मंदिर के गर्भ गृह के पास स्थित चंदन कोठरी के नजदीक खड़े थे. इसी दौरान उन्होंने प्रसाद उठाने के लिए भगवान बाल गोपाल को वहां बने एक आले में रख दिया. करीब 5 मिनट बाद जब वह प्रसाद लेकर चलने लगे और बाल गोपाल को देखा तो वह गायब थे.