भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार आज (28 दिसंबर) से मेगा प्लान बनाने में लग गई है। भारत दुनिया में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तैयारी करने में लगा है। आज से भारत में वैक्सीन का 48 घंटे तक बड़ा मॉक ड्रिल शुरू हो रहा है। देश में आज से वैक्सीन के लिए ड्राई रन शुरू हो रहा है। यानी 28 और 29 दिसंबर को टीकाकरण का डमी अभ्यास होगा। केंद्र सरकार सबसे पहले पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात में ड्राई रन चलाएगी। जिसमें वैक्सीन प्रोग्राम लॉन्च होने की पूरी प्रक्रिया को बारीकी से परखा जाएगा।
जानें ड्राई रन कैसे किया जाएगा?
– पंजाब, असम, आंध्र प्रदेश और गुजरात में कोरोना वैक्सीन के लिए की गई तैयारियों का जायजा सबसे पहले दो दिवसीय ड्राई रन से किया जाएगा।
– इन चारों राज्यों के दो जिलों में पांच जगहों पर यह ड्राई रन का आयोजन होगा। इसका उद्देश्य वैक्सिनेशन से पहले सारी तैयारियों का जायजा लेना है। ताकी अगर कोई कमी रह गई हो तो उसको पूरा किया जाए। इसके साथह ही टीकाकरण का अभियान राज्य में कैसे इंप्लीमेंटे करना है, इसकी भी प्लानिंग की जाएगी।
– सरकार के द्वारा बताया गया है कि ड्राई रन में कोविड-19 वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज, यातायात की व्यवस्था और सोशल डिस्टेंस जैसे अहम मुद्दे पर फोकस करना है।
-पांच सेशन वाली जगहों में से हर ड्राई रन के लिए 25 हेल्थकेयर वर्कर्स को चयनित किया गया है। ड्राई रन सेशन साइट पर ये हेल्थकेयर वर्कर्स डिटेल्स मौजूद रहेगी।
जानें कैसे किया जाएगा मॉक ड्रिल
– मॉक ड्रिल का सीधा तौर पर मतलब होता है, सब कुछ वैसे करना जैसे टीकाकरण के दौरान होगा। सिर्फ वैक्सीन नहीं दी जाएगी। लेकिन उसको कैसे दिया जाना ये पूरा करके देखा जाएगा।
-सबसे पहले इसके लिए सरकार द्वारा जारी Co-WIN (www.Uat.co-vin.in) ऐप टेस्ट करना होगा और हेल्थ केयर वर्कर का डाटा अपलोड करना होगा।
-वैक्सिनेशन साइट पर वैक्सीन लाना और लॉजिस्टिक चेक करना भी इसका एक पार्ट होगा।
– सेशन साइट पर वैक्सिनेशन करना और Co Win ऐप में रिपोर्ट करना होगा।