दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बोलते हुए कहा कि मैं सबसे पहले आज अपने छोटे भाई मनीष सिसोदिया को याद करना चाहूंगा. उन्होंने कहा कि मनीष के खिलाफ बिल्कुल झूठा केस है. आज हम दुख नहीं मनाएंगे और मुझे उन पर गर्व है. उनसे हम प्रेरणा लेंगे. उन्होंने कहा है कि सभी विधायकों से खड़े होकर मनीष सिसोदिया को सलाम करने के लिए कहा. सीएम ने विपक्षी नेता रामवीर विधूड़ी से भी कहा कि आप भी खड़े हो जाओ
दिल्ली विधानसभा में उपराज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सदन जनतंत्र का मंदिर माना जाता है. पहली बार ऐसा हुआ उपराज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी विधायकों ने विघ्न डाला है. अभिभाषण में विघ्न डालना राजनीति होती है और मैं इसकी निंदा करता हूं. उपराज्यपाल साहब ने दिल्ली सरकार के कामों का उल्लेख किया, जो काम आज दिल्ली के अंदर हो रहा है वो 75 साल में नहीं हुआ. दिल्ली मॉडल की चर्चा पूरे देश के अंदर है. स्कूल, अस्पताल ठीक किए. बिजली पानी फ्री दिया. सशक्त राष्ट्र की बुनियाद रखने के लिए जरूरी काम हो रहे हैं. दिल्ली मॉडल आज देश को एक दिशा दिखा रहा है. शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली ये तीन विशेष सेक्टर्स हैं, जिनमें दिल्ली में काम हुए है जिससे पूरे देश का उद्धार हो सकता है. शिक्षा में बहुत अच्छा काम किया. 4 से 5 लाख बच्चे निजी से सरकारी स्कूल में आए हैं
गुजरात में 6000, असम में 4500 स्कूल बंद कर दिए गए.
शिक्षा के मामले में दिल्ली एक उदाहरण है
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि शिक्षा में हमने जितना इन्वेस्टमेंट किया, चार से पांच लाख बच्चे प्राइवेट से सरकारी में दाखिला लिया. आज गरीबों के बच्चों को हमने इतनी अच्छी शिक्षा दे दी तो पूरे देश में भी दे सकते हैं. हर राज्य में सरकारी स्कूल बंद किए जा रहे हैं. आपके बच्चों पर दबाव है कि प्राइवेट में भेजो. ऐसे में दिल्ली एक उदाहरण है. देश के दस लाख स्कूलों में 17 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं. पांच लाख करोड़ में सभी स्कूल बेहतर हो सकते हैं और गरीबी दूर हो सकती है. आज मैं देश के लिए यह मॉडल दे रहा हूं.
दिल्ली में मिनमम वेज कानून लागू है
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की बात करें तो हमने अस्पताल खोले हैं. मोहल्ला क्लिनिक खोले, लेकिन भाजपा ने पूरी कोशिश की अस्पतालों का बेड़ा गर्क करने की. इतना तो दिल्ली में मिनिमम वेज है. उन्होंने तो सरकारी में भी पैड लगा दिए हैं. हमने तो पूरा ही सरकारी में फ्री कर दिया है. यूपी बॉर्डर पर हमारा जीटीबी अस्पताल है, वहां अस्सी फीसदी लोग यूपी से आ रहे हैं. नजफगढ़ में हमारे अस्पताल में ज्यादातर लोग हरियाणा से आते हैं. जबकि यूपी हरियाणा में तो आयुष्मान भारत लागू है और देश का बोझ हमने उठा रखा है