नई दिल्ली: इजरायल-हमास के बीच जारी जंग के मैदान से भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार काम कर रही है. इजरायल-हमास जंग में अब ततक किसी भी भारतीय नागरिक के मारे जाने की खबर नहीं है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी और कहा कि ऑपरेशन अजय के तहत अब तक 5 विमानों से करीब 1200 भारतीयों की वतन वापसी हो चुकी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, ‘इजरायल-हमास जंग में किसी भी भारतीय नागरिक के मारे जाने की अभी कोई खबर नहीं है. एक घायल की जानकारी थी, जिसके बारे में पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई थी. ऑपरेशन अजय के तहत अब तक 5 फ्लाइट में 1200 लोग भारत आ चुके हैं, जिनमें 18 नेपाली नागरिक भी शामिल हैं.’
उन्होंने आगे कहा, ‘अभी हम हालात को मॉनिटर कर रहे हैं. जरूरत पड़ी तो और फ्लाइट भेजी जाएंगी. गाजा में 4 भारतयी हैं और 12-13 लोग वेस्ट बैंक में हैं. गाजा से निकालना थोड़ा मुश्किल है और जहां तक जानकारी है के कुछ लोग निकल भी चुके हैं. हम सभी के साथ संपर्क में हैं. लेबनान में रहने वाले भारतीयों के अभी के लिए कोई एडवायजरी जारी नहीं की गई है. अभी हम हालात को मॉनिटर कर रहे हैं.
इतना ही नहीं, गाजा के अस्पताल पर हमले से वैश्विक स्तर पर रोष फैलने के बीच बृहस्पतिवार को भारत ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आह्वान किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति को लेकर चिंतित है. इस सप्ताह अस्पताल पर हुए हमले के संबंध में सवालों पर बागची ने अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करते हैं.’
फलस्तीन मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत ने दो-राष्ट्र समाधान के लिए सीधी बातचीत के पक्ष में अपना रुख दोहराया है. गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में मंगलवार को हुए विस्फोट में लगभग 470 लोगों के मारे जाने की खबर है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा हुई है. फलस्तीनी अधिकारियों ने अस्पताल में विस्फोट के लिए इजराइल के हवाई हमलों को दोषी ठहराया. वहीं इजराइल ने कहा कि आतंकवादी समूह फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद द्वारा गाजा से दागे गए रॉकेट के कारण विस्फोट हुआ था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गाजा अस्पताल पर हमले में लोगों की मौत पर बुधवार को दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर चिंता का विषय है और इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की दुखद मौत से गहरा सदमा लगा है। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जारी संघर्ष में आम नागरिकों का हताहत होना गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। इसमें शामिल लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.’