अपनी भूकंपीय भविष्यवाणियों के लिए मशहूर नीदरलैंड स्थित संगठन सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (एसएसजीईओएस) ने पाकिस्तान में बड़े भूकंप की भविष्यवाणी की है. SSGEOS के अनुसार, अगले 48 घंटों के भीतर पाकिस्तान में यह भूकंपीय घटना होने की आशंका है. SSGEOS समुद्र तल के निकट वायुमंडल में विद्युत आवेश के उतार-चढ़ाव की निगरानी करने में माहिर है, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह उन क्षेत्रों का संकेत है जहां मजबूत भूकंपीय गतिविधि हो सकती हैं, आमतौर पर 1 से 9 दिनों की सीमा के भीतर.यह संगठन इस बात पर जोर देता है कि वे जिन क्षेत्रों को संभावित रूप से ‘प्रभावित क्षेत्र’ के रूप में चिह्नित करते हैं, वहां भूकंपीय गतिविधियां जरूर होती हैं.
Samaa TV की रिपोर्ट के अनुसार, एक हालिया भविष्यवाणी में एसएसजीईओएस के साथ काम करने वाले डच वैज्ञानिक ने पाकिस्तान में चमन फॉल्ट लाइनों के साथ विद्युत गतिविधि में महत्वपूर्ण वृद्धि की सूचना दी!
इस संभावना ने पाकिस्तान में अगले 48 घंटों के भीतर आने वाले शक्तिशाली भूकंप की आशंका को बढ़ा दिया है, जिससे स्थानीय आबादी में चिंता पैदा हो गई है. विशेष रूप से, इस डच वैज्ञानिक फ्रैंक हूगरबीट्स के पास भूकंप की सटीक भविष्यवाणी करने का ट्रैक रिकॉर्ड है. खासकर उन्होंने इस साल की शुरुआत में तुर्की में विनाशकारी भूकंप की भविष्यवाणी की थी. दुखद बात यह है कि तुर्की में आए भूकंप के कारण 47,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी.
इस बीच, पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) संभावित भूकंप को लेकर चल रही अटकलों पर चुप्पी साधे हुए है.
इससे पहले पीएमडी ने भूकंप के पूर्वानुमानों के लिए वैज्ञानिक आधार की कमी का हवाला देते हुए लगातार ऐसी भविष्यवाणियों को खारिज कर दिया है.
भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के कंपन के कारण पाकिस्तान भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, जिससे यह भूकंप के प्रति संवेदनशील है.
अपने पूरे इतिहास में पाकिस्तान ने कई महत्वपूर्ण भूकंपों का अनुभव किया है और भूकंपीय घटनाओं का खतरा लगातार चिंता का विषय बना हुआ है.