नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां तेज हो गई हैं. सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्षी पार्टियां भी संगठन के स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय राजनीति में एक उल्लेखनीय घटना हुई है. दिल्ली और पंजाब की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. इसके साथ ही AAP ने देश के अन्य हिस्सों में विस्तार की योजना को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री की नियुक्ति भी की है. AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संदीप पाठक को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है. दूसरी तरफ, कांग्रेस ने तेलंगाना में संगठन के स्तर पर बड़ा कदम उठाया है. पार्टी ने कोटा नीलिमा को महासचिव बनाया है. संदीप पाठक जहां कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं तो वहीं नीलिमा अमेरिका की जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी से जुड़ी रही हैं.
पहले बात करते हैं AAP नेता संदीप पाठक की. छत्तीसगढ़ के मुंगेली के रहने वाले संदीप पाठक लाइमलाइट से दूर रह कर काम करना पसंद करते हैं. संदीप आईआईटी दिल्ली में असोसिएट प्रोफेसर रहे हैं. साथ ही उन्होंने साल 2011 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी की है. आम आदमी पार्टी ने संदीप पाठक को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनाया है. उनपर संगठन विस्तार की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी. माना जाता है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत में संदीप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने पंजाब में बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूती दी थी. संदीप पाठक को AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का काफी करीबी भी माना जाता है. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में संदीप पाठक की भूमिका काफी अहम रहने वाली है. उन्हें ऐसे समय में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जब AAP राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विस्तार की तैयारी कर रही है
तेलंगाना में राजनीतिक गतिविधि तेज है. कांग्रेस ने कोटा नीलिमा को पार्टी का महासचिव नियुक्त किया है. नीलिमा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ दिखाई दी थीं. नीलिमा का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है. उनके पिता केवीएस राम सरमा कांग्रेस पार्टी से लंबे समय तक जुड़े रहे थे. नीलिमा के पति पवन खेड़ा पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में पैदा हुईं नीलिमा ने जेएनयू के इंटरनेशनल स्टडी सेंटर से मास्टर डिग्री हासिल की है. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी भी की है. नीलिमा अमेरिका के जॉन हॉपकिंस से बतौर रिसर्च फेलो भी जुड़ी रहीं. नीलिमा कई किताबें भी लिख चुकी हैं. अब उनकी व्यावहारिक राजनीति के क्षेत्र में परीक्षा होनी है