जयपुर. राजस्थान में सीएम की कुर्सी के लिए अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के बीच चल रही रस्साकस्सी का आज संभवतया कोई परिणाम आ सकता है. इस बीच पायलट गुट ने आखिकार 3 दिन बाद इस मसले पर चुप्पी तोड़ी है. पायलट कैम्प के मंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा कि जिस तरह के शब्दों का प्रयोग वरिष्ठ मंत्री और नेता कर रहे हैं वह उन्हें शोभा नहीं देता है. मीणा बोले हम मानेसर गए तो हम पर कार्रवाई की गई थी. मीणा ने सवाल उठाया कि अब जब गहलोत गुट के विधायकों ने बगावत की है तो इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है?
मीणा ने कहा कि लेकिन फिर भी हम पूरी तरह से आलाकमान के साथ हैं. उन्होंने कहा कि आलाकमान अगर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाता है तो भी हम उस फैसले के साथ हैं. अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद पर कंटिन्यू किया जाता हैं तो भी हम उनके साथ हैं. बकौल मीणा अगर किसी तीसरे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो भी हम आलाकमान के फैसले के साथ हैं.

पायलट खेमे के मंत्री विश्वेन्द्र सिंह बोले गहलोत यहां के सुप्रीम
पायलट खेमे के दूसरे मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने भी बुधवार को चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री रहने का 14 साल का अनुभव है. वे अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति आस्था जताते हुए कहा कि वे हम सबसे ज्यादा विद्वान हैं. वे सभी बातों को समझते हैं और उन्हें पता है कि पूरे हालात को किस तरह से संभालना है. उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान सुप्रीम है. लेकिन यहां के सुप्रीम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. वे हर बात का जवाब देने के लिए सक्षम हैं.