पटना. लालू प्रसाद यादव के सबसे करीबी और लालू के हनुमान कहे जाने वाले राजद नेता और पूर्व विधायक भोला यादव को जमानत मिल गई है. भोला यादव को दिल्ली से जमानत मिल गई है. कुछ दिनों पहले सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन मामले में भोला यादव को दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया था. पूछताछ के बाद भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. लगभग एक महीने के बाद भोला यादव को दिल्ली से जमानत मिल गई है. गौरतलब है की इस मामले में भोला यादव के साथ रेलवे में नौकरी कर रहे हृदय नारायण चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया था.
भोला यादव लालू के सबसे करीबी नेताओ में एक है. भोला यादव लालू के साथ साए की तरह रहे हैं. लालू की हर परिस्थितियों में भोला यादव साथ खड़े दिखाई पड़े है. इसलिए भोला यादव लालू के हनुमान भी कहे जाते हैं. लालू प्रसाद यादव जब 2004 से 2009 के बीच केंद्र में रेल मंत्री थे उस समय भोला यादव लालू के OSD हुआ करते थे. यही कारण है कि जब नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में जब सीबीआई ने जांच शुरू किया तो भोला यादव से भी पूछताछ हुई.
पूछताछ के बाद सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार किया था. नौकरी के बदले जमीन लेने के मामले में लालू प्रसाद यादव का नाम सुर्खियों में आया था. सीबीआई ने गोपालगंज से लेकर पटना राबड़ी आवास सहित 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. हालांकि इस मामले को लालू परिवार सिरे से खारिज करता रहा है. लालू परिवार का कहना है की इस मामले में लालू को फंसाया गया है.
रेल मंत्री रहते लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगा था की रेलवे में नौकरी के बदले कई लोगों से जमीन लिखवा गया था. सीबीआई ने इस घोटाले में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव और 15 अन्य जिसमें उनकी पत्नी, 2 बेटियों तथा अज्ञात लोक सेवक एवं निजी व्यक्ति के विरुद्ध 18 मई 2022 को मामला दर्ज किया था. तत्कालीन रेल मंत्री रहते रेलवे के विभिन्न मंडलों के पदों पर समूह “डी” की नियुक्ति के बदले परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन की संपत्ति का हस्तांतरण किया