आय से ज्यादा संपत्ति अर्जित करने के आरोपी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ नितीश सरकार ने मोर्चा खोल रखा है ,इसी क्रम में आर्थिक अपराध शाखा ने 2 अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईओडब्ल्यू की टीम ने इन दोनों अधिकारियों के कई ठिकानों पर छापे मारे हैं. आर्थिक अपराध शाखा की टीम को आरोपी अधिकारियों के ठिकानों से आय से कहीं ज्यादा संपत्ति होने के सबूत मिले हैं. इन दोनों अधिकारियों पर रेत माफिया के साथ साठगांठ कर सरकारी राजस्व का नुकसान करने का आरोप है.बता दें कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार सरकार के जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भ्रष्ट सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति रही है. यही कारण है कि बालू के अवैध खनन और सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है. आर्थिक अपराध इकाई ने बुधवार को एक बार फिर से 2 भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई के घेरे में एक CO हैं, जबकि दूसरे थानेदार. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने भोजपुर जिले के अजीमाबाद के तत्कालीन थानाध्यक्ष कृपाशंकर शाह के बेगूसराय और पटना स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है. बेगूसराय में उनके पैतृक आवास और पटना में रामकृष्ण नगर इलाके में स्थित उनके आवास पर आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं. कृपाशंकर शाह के पास आय से 54 फ़ीसद अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया गया है. न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद छापेमारी की गई है.