नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के रूप में आए ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों में कमी आ रही है। बुधवार को 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 8000 के करीब आए, जो कभी 25,000 से अधिक पहुंच गए थे। कोरोना के घटते मामलों के बीच दिल्ली में वीकेंड खत्म करने समेत कई प्रतिबंधों में छूट का ऐलान हो सकता है। उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की महत्वपूर्ण बैठक में वीकेंड खत्म करने, सरकारी कर्मचारियों को भी 50 प्रतिशत के साथ दफ्तर बुलाने, दुकानों को खोलने के लिए आड-इवेन नियम खत्म करने समेत कई अन्य बड़े फैसले लिए जाएंगे।
इन विषयों पर होगी बैठक में चर्चा
- स्कूल खोले जाएं या नहीं
- कोरोना के चलते यलो अलर्ट जारी है, अब मामले घटे हैं, ऐसेम में दुकानों को खोलने के लिए आड-इवेन नियम खत्म हो।
- वीकेंड कर्फ्यू खत्म किया जाए, जिससे शनिवार और रविवार को भी सामान्य कारोबार हो सके।
- नाइट कर्फ्यू जारी रखने पर सहमति बन सकती है, इससे छूट मिलने से आसार बेहद कम हैं।
- शादियों का सीजन शुरू हो गया है, संभवतया मेहमानों की संख्या में इजाफा किया जाए, अभी सिर्फ 20 लोगों को ही ऐसे कार्यक्रम में शिरकत करने की अनुमति है।
स्कूलों को खोलने के पक्ष में है दिल्ली सरकार
कोरोना के घटते मामलों के बीच दिल्ली सरकार स्कूलों को खोलने के पक्ष में है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अनुसार, राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है और संक्रमण की दर भी कम हुई है। ऐसे में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए हमें स्कूलों को खोलने की अनुमति की मांग करेंगे।
चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ने एलजी से की वीकेंड खत्म करने की गुजारिश
वहीं, डीडीएमए की बैठक से एक दिन पूर्व बुधवार को दिल्ली के व्यापरियों में उपराज्यपाल अनिल बैजल को ज्ञापन सौंपकर आड-इवेन और वीकेंड कर्फ्यू खत्म करने की मांग की है। चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि 27 जनवरी को डीडीएमए की महत्वपूर्ण बैठक है और इसमें दिल्ली में कोरोना से संबंधित पाबंदियों पर चर्चा होगी। दिल्ली के 20 लाख व्यापारियों की नजरें इस बैठक पर हैं। ऐसे में हमने आड-इवेन और वीकेंड कर्फ्यू हटाने की मांग की है। अगर ऐसा नहीं होता है तो दिल्ली के 20 लाख व्यापारियों को इससे भारी निराशा होगी ।
व्यापारियों का तर्क है कि अब दिल्ली में रोजाना आने वाले कोरोना के नए मामलों में कमी आई है। दिल्ली में संक्रमण दर 10 प्रतिशत हो गई है। ज्यादातर संक्रमित अपने घर पर ही ठीक हो रहे हैं। 36,838 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। अस्पतालों में सिर्फ 2290 मरीज हैं। अस्पतालों में 13 हजार बेड खाली हैं। ऐसे में आंकड़ों से साफ है कि अभी कोरोना खतरनाक नहीं है। सावधानी और कोविड प्रोटेकाल के साथ काम करेंगे तो परेशानी नहीं आएगी। इसलिए इस पर फैसला लिया जाना चाहिए।