अवैध उत्खनन सहित गैर कानूनी कामों में शामिल डीएसपी तनवीर अहमद को निलबित कर दिया गया है आइए जानते है पूरा मामला -बालू के अवैध उत्खनन मामले में आरोपी अफसरों के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई लगातार जारी है. डेहरी ऑन सोन के तत्कालीन एसडीओ सुनील कुमार सिंह के बाद पालीगंज के पूर्व डीएसपी तनवीर अहमद के ठिकानों पर यूओयू की टीम ने छापेमारी कर बड़ी संपत्ति का पता लगाया है. तनवीर अहमद के पटना के दीघा -आशियाना रोड और बेतिया के पैतृक आवास पर छापेमारी कर संपत्ति से संबंधित दस्तावेज जब किए गए हैं.आर्थिक अपराध इकाई द्वारा यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति मामले में की गई है. आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो निलंबित डीएसपी तनवीर अहमद ने अपनी संपत्ति खुद के नाम से पत्नी और भाई के नाम से संयुक्त रूप से खरीदी हुई दिखाई है.
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आर्थिक अपराध इकाई सूत्रों के अनुसार डीएसपी तनवीर अहमद ने करीब 1करोड़ शेयर में निवेश किए हैं. साथ ही एलआईसी और अन्य निवेश से जुड़े दस्तावेज भी आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने उनके आवाज से जब्त किया है.वैसे आधिकारिक तौर पर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा यह बताया गया है कि पालीगंज के पूर्व डीएसपी तनवीर अहमद का बालू के अवैध उत्खनन और गैर कानूनी काम में लगे लोगों के साथ गांठ द्वारा काफी संपत्ति अर्जित की गई है.
आय से अधिक संपत्ति के आरोपों को लेकर पूर्व डीएसपी तनवीर अहमद के खिलाफ 1 सितंबर को आर्थिक अपराध इकाई थाना में केस दर्ज किया गया था. न्यायालय से वारंट मिलने के बाद उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई. आर्थिक अपराध इकाई से जुड़े एक बड़े अधिकारी ने न्यूज 18 को इस बात की जानकारी दी है कि पब्लिक डोमेन पर बात आ जाने के बाद बालू मामले में फंसे अधिकारियों ने चालाकी दिखाते हुए अपनी संपत्तियों को छिपाना भी शुरू कर दिया है.
तनवीर अहमद के घर पर जब छापेमारी की गई तब घर के खर्च के लिए उनके यहां तीन हजार नगद भी नहीं मिले. इस बात को साबित करता है कि बालू कांड में फंसे अधिकारियों को आर्थिक अपराध इकाई द्वारा खुद के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई की भनक पहले ही मिल चुकी है और वह सतर्क हो गए हैं