केंद्र की मोदी सरकार के लिए जरदस्ती के हनुमान बने चिराग को अब लगातार झटकें मिल रहे है, चिराग पासवान को 12 जनपथ स्थित सरकारी बंगला खाली करना पड़ सकता है. केंद्र सरकार ने चिराग को अपने पिता रामविलास पासवान के सरकारी बंगले को खाली करने का आदेश दिया है. दरअसल, रामविलास पासवान पिछले कई सालों से 12 जनपथ स्थित इस सरकारी बंगले में ही रह रहे थे. पिछले साल उनका निधन हो गया. ऐसे में सरकार ने चिराग को 12 जनपथ स्थित उनके पिता के नाम से आवंटित सरकारी बंगले को खाली करने का आदेश दिया है.
जानकारी के मुताबिक, शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले संपदा निदेशालय ने 14 जुलाई को बंगला खाली करने का नोटिस दिया है. हालांकि, चिराग पासवान ने बंगला खाली करने लिए शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय से कुछ और समय की मांग की थी, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली. चिराग पासवान ने निदेशालय से यह सवाल किया था कि क्या वह पिता की मृत्यु की पहली बरसी तक 12 जनपथ स्थिति मौजूदा सरकारी बंगला अपने पास रख सकते हैं? अब इस आदेश के बाद ऐसा लग रहा है कि केंद्र ने चिराग पासवान की मांग को ठुकरा दिया है.
कई मंत्रियों के पास अभी तक आवास नहीं
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कई मंत्रियों के पास मंत्रियों वाला बंगला अभी तक नहीं है. ऐसे में कई मंत्रियों की नजर लुटियन्स जोन में बने इस सरकारी बंगले पर है. वहीं, चिराग पासवान के चाचा और राम विलास पासवान के भाई केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने यह बंगला लेने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि इससे जनता में गलत संदेश जाएगा. हालांकि, चिराग पासवान को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर पशुपति कुमार पारस यह साफ कर चुके हैं कि रामविलास पासवान की बनाई पार्टी में चिराग के लिए अब कोई स्थान नहीं है. LJP पर अधिकार को लेकर चाचा और भतीजा आमने-सामने हैं.