पिछले बार पंजाब चुनाव में बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के साथ उतरी केजरीवाल की सेना ने पंजाब में कुछ ख़ास नहीं कर पाई, दिल्ली के हवा को लेकर पंजाब में उतरना केरीवाल के लिए बड़ा एक्सपेरिमेंट था और वह २० सीटे जीत कर खाता भी खोला पर बिना दूल्हे के बारात को पूछता कौन है वही हाल पंजाब में आप के साथ हुआ।, बड़ा मंसूबा पाले केजरीवाल पंजाब में पस्त गए पर इस बार पार्टी ने संभावित मुख्यमंत्री का चेहरा 2022 चुनाव में उतारने का ऐलान किया है. पार्टी के पंजाब सह प्रभारी राघव चड्डा ने कहा है कि मुख्यमंत्री का चेहरा जल्द ही घोषित किया जाएगा. जाहिर है कि 2017 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने ओवर कॉन्फिडेंस में सीएम का चेहरा ही नहीं घोषित किया था. जानकारों का कहना है कि इस वजह से आम आदमी पार्टी चुनाव में कम सीटें हासिल कर पाई थी
एससी वर्ग से नहीं होगा मुख्यमंत्री
पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में आप पार्टी ने पहली बार चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में आप 20 सीटें जीत कर दूसरे बड़े दल के रूप में सामने आई थी. हालांकि इसके बाद वह अपने इस कुनबे को संभाल नहीं पाई और कई विधायक पार्टी छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो गए. पंजाब में शिअद और बसपा गठबंधन में सुखबीर बादल सीएम का चहरा हैं
जबकि कांग्रेस कैप्टन के ही नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. शिअद और भाजपा गठबंधन में टूट के बाद पंजाब की सियासत में हुए समीकरणों के बदलाव के कारण आप अब नए जोड़-तोड़ में जुटी है. पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी पार्टी ने किसी एससी वर्ग के नेता को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की है
कैप्टन ने किया था ये दावा
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने फरवरी माह में दावा किया था कि राज्य में आम आदमी पार्टी का कोई चेहरा नहीं है और यहां अगली सरकार बनाने की उसकी महत्वाकांक्षा ‘कभी न पूरा होने वाला’ सपना है. सिंह ने यह भी कहा था कि आप पंजाब में बाहरी है और जब तक वह राज्य की जमीनी हकीकत से कटी रहेगी तब तक उसका हाल ऐसा ही रहेगा.