कोरोना वायरस के नए वैरिएंट बहुत तेजी से फैल रहे हैं। संक्रमितों में वायरस लोड भी ज्यादा है। एक वायरस भी बुरी तरह संक्रमित कर सकता है। डबल मास्किंग से मास्क के किनारों में गैप रह जाने की गुंजाइश लगभग खत्म हो जाती है और आप पूरी तरह सुरक्षित हो जाते हैं।
दो डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क एक साथ पहनना सही नहीं होता। एक स्टैंडर्ड सर्जिकल मास्क कागज जैसे मटेरियल का बना होता है। सर्जिकल मास्क नाक और मुंह को पूरी तरह से कवर नहीं करते हैं। मास्क के किनारे पर गैप रह जाता है, जिससे वायरस अंदर जा सकते हैं।
सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क पहनने से गैप होने की गुंजाइश नहीं रहती।अगर सर्जिकल मास्क पूरी तरह से फिट है तो इसकी इलास्टिक पर गांठ लगाकर इसे टक करने की जरूरत नहीं है। लेकिन सर्जिकल मास्क के पूरी तरह से फिट न होने पर इसे गांठ लगाकर टक करने से यह 20% तक ज्यादा सुरक्षित हो सकता है।
मास्क पूरी तरह से फिट है या नहीं, ये कैसे चेक करें?
डबल मास्किंग के बाद भी मास्क पूरी तरह से फिट है या नहीं, यह जानना बेहद जरूरी है। इसके लिए मास्क के किनारे पर हाथ रख कर तेजी से सांस लें। अगर किनारों से हवा निकल रही है तो मास्क को टाइट करने की जरूरत है। अगर पूरी तरह से फिट है तो मास्क के अंदर गर्म हवा महसूस होगी।