शहनवाज / भोजपुर -भोजपुर के तियर थाना क्षेत्र के तियर गांव में 12 वर्षीय बच्ची अंशु कुमारी को जलाकर मारने की घटना हुई , जिसमे शनिवार को पटना में इलाज के दौरान अंशु की मौत हो गयी, रविवार को शव आते ही ग्रामीणों ने सडक पर जमकर बवाल काटा। रविवार की सुबह 7 बजे सैकड़ों की संख्या में आक्रोश ग्रामीणों ने तियर थाना को घेर लिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मृतका अंशु के शव को थाना के सामने सड़क पर रखकर आगजनी करते हुए मुख्य मार्ग को ठप कर दिया, जिससे सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।
ग्रामीणों की मांग की कि अभियुक्तों को अविलंब गिरफ्तार किया जाय, मृतका के परिजनों को मुआवजा दिया जाय ,और तियर थाने में पदस्थापित एएसआई हरिवंश सिंह उर्फ चहान सिंह को सस्पेंड किया जाए। मृतका के परिजनों समेत ग्रामीणों का आरोप था कि पटना के बाद उक्त एएसआई ने पैसे लेकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की और आरोपितों को भगाने में मदद की। ग्रामीणों के भारी आक्रोश को देखते हुए जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चन्द्र सिंह, जगदीशपुर के इस्पेक्टर शेखर चौधरी, बिहिया के इंस्पेक्टर कमलेश्वर कुमार, बिहिया सीओ सुशील कुमार उपाध्याय, दल-बल के साथ पहुंचे
डीआईयू थानाध्यक्ष शंभूभक्त सड़क जाम कर बिहिया थाना के दरोगा राजेन्द्र राम, चनवा के थानाध्यक्ष के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, और शव को दाह संस्कार के लिए भेजने की बहुत कोशिश की परन्तु लोग नहीं माने इस बीच शाहपुर के विधायक राहुल तिवारी व जिला परिषद अध्यक्ष आशा देवी भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों तथा पुलिस पदाधिकारियों से बातचीत को परन्तु लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे। बाद में विधायक के पहल पर भोजपुर एसपी से मोबाईल पर वार्ता करने व कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोग माने तथा थाने का घेराव खत्म कर दिया गया !
लगभग ढाई बजे घटनास्थल पर स्थिति शांत हो पायी। पुलिस के अश्वासन के बाद परिजन अशु के शव को दाह संस्कार के लिए लेकर चले गये। हालांकि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिये जाने पर कोई भी ठोस निर्णय नहीं हो सका। बाद में विधायक राहुल तिवारी ने पीड़ित परिवार को मदद का अश्वासन दिया। अभियुक्त की गिरफ्तारी और अन्य विधि संगत कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में तथाकथित लापरवाही बरतने बने पदाधिकारी को आरा कोर्ट में क्लोज करके लगा दिया गया है और उनकी जगह अशोक कुमार सिंह को तियर थाना में पदस्थापित किया गया