पटना: राजद अध्यक्ष लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) को डोरंडा कोषागार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उनके परिवार के काफी आक्रामक हैं। लालू-राबड़ी की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य न्यायपालिका पर ही सवाल उठा रही हैं, लेकिन बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की भाषा उनकी अपेक्षा संयमित है। उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा सीबीआइ कोर्ट यानि लोअर कोर्ट का फैसला है यह। कोर्ट के फैसले का पालन करना चाहिए। यह कोई अंतिम फैसला नहीं। लालू प्रसाद जरूर बरी होंगे। इसके साथ ही उन्होंने सीबीआइ पर तंज कसते हुए भाजपा पर भी हमला बोला।
गरीबों को नेता को ही भेजा गया जेल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक केस को अलग-अलग बांट दिया गया। घोटाला एक था, लेकिन सजा अलग-अलग दी जा रही है। जेल गरीबों के नेता ही गए हैं। जो अमीर लोग हैं, बड़े लोगों के नेता हैं उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। बिहार में 80 घोटाले हो गए हैं, परंतु 15 सालों में किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। न कोई मंत्री जेल गया और न ही अधिकारी।
- यह अंतिम फैसला नहीं, लालू प्रसाद जरूर बरी होंगे : तेजस्वी
- बोले, सीबीआइ जांच एजेंसी नहीं, भाजपा की एक प्रकोष्ठ है
सुशील मोदी के बारे में भी किया कटाक्ष
तेजस्वी यादव ने सीबीआइ पर भी हमला बोला और कहा कि सीबीआइ जांच एजेंसी नहीं, भाजपा के एक प्रकोष्ठ के रूप में काम करती है। सुशील मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है अपने बारे में कहा होगा। वे आज कहां हैं, सब लोग यह देख रहे हैं।
सुशील मोदी ने दिया था बयान
लालू को चारा घोटाले में दोषी करार दिए जाने के बाद सुशील मोदी ने कहा था कि बबूल का पेड़ बोने पर आम कहां से मिल सकता है। उन्होंने कहा था कि लालू यादव अपनी करनी की सजा ही तो भुगत रहे हैं।