कोरोना की तीसरी लहर के लिए अगले 100 बहुत महत्वपूर्ण है क्योकि तीसरी लहर को लेकर देश में चेतावनी जारी हो चुकी है, कोरोना की थर्ड वेव को लेकर जो जानकारी मिल रही है उसे देखने और सुनने के बाद अब और सतर्क रहने की जरूरत है.
दुनिया के कई देशों में कोरोना की तीसरी लहर ने पहले ही दस्तक दे दी है. दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते मामलों में 16 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है. भारत के दक्षिण के राज्यों में बढ़ते कोरोना केस और दुनिया के ट्रेंड को देखते हुए अगले 100 दिन भारत के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं.
दुनियाभर में कोरोना का ग्राफ 16 प्रतिशत तक बढ़ा
भारत के लिए अगले कुछ महीने इसलिए काफी अहम हो जाते हैं, क्योंकि कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विश्वभर के आंकड़ों पर गौर करें तो इस हफ्ते 33.76 लाख कोरोना केस सामने आए हैं जबकि पिछले हफ्ते 29.22 लाख मामले ही सामने आए थे. कोरोना के बढ़ते ग्राफ पर नजर दौड़ाएं तो कोरोना के नए केस में 16 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. कोरोना की ये रफ्तार आने वाले दिनों की संकट की ओर इशारा कर रहे हैं. स्पेन में कोरोना की स्थिति अभी से भयावह हो चुकी है. यहां एक हफ्ते कोरोना के मामलों में 64 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं नीदरलैंड में 300 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जा रही है.
भारत में अब धीमी गति से कम हो रहे कोरोना केस
दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, थाईलैंड में भी कोरोना के मामले अचानक से बढ़ने लगे हैं. भारत में कोरोना के मामले कम तो हो रहे हैं लेकिन उनके कम होने की रफ्तार पहले की तुलना में कम हुई है. ऐसे में भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर का खतरा देखा जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार जनता को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आगाह कर चुके हैं.
8 प्रतिशत से कम लोगों को लगी है वैक्सीन
देश में कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम को शुरू हुए छह महीने से ज्यादा हो चुके हैं. सरकार का कहना है कि देश में हर वयस्क नागरिक का टीकाकरण दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इन 6 महीनों में केवल 8 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है. ऐसे में सरकार अपना लक्ष्य दिसंबर तक पूरा कर पाएगी ये कहना थोड़ा मुश्किल है. अभी तक 40 करोड़ लोगों को ही कोरोना वैक्सीन लगाई गई है. ऐसे में टीकाकरण की सुस्त रफ्तार भी तीसरी लहर की आहट के लिए काफी है
मामले कम होती ही लोग हुए लापरवाह
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने काफी कोहराम मचाया था. हालांकि कोरोना के आंकड़े एक बार फिर नीचे आ गए हैं. कोरोना केस कम होने के साथ ही लोग एक बार फिर लापरवाह दिखाई पड़ने लगे हैं. हिल स्टेशन और बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है. केंद्र सरकार ने कहा कि लोग तीसरी लहर के चेतावनी को हल्के में ले रहे हैं और उसे मौसम का अपडेट मानने लगे हैं. हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मसले पर अपनी बात रखनी पड़ी और लोगों को कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए घर पर रहने की अपील करनी पड़ी. हाल ही में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने एक बयान में कहा कि तीसरी लहर बस आने ही वाली है.कोरोना नियमों में ढील देने के बाद लोगों की लापरवाही भी बढ़ी है..